भीमा-कोरेगांव हिंसा केस में पांंच वामपंथी कार्यकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई को महाराष्ट्र पुलिस ने सही ठहराया। पुलिस ने शुक्रवार को बताया कि इनके नक्सलियों से संपर्क हैं और इस बात के सबूत मिले हैं। जांच में पता चला कि प्रतिबंधित संगठन भाकपा के माओवादी कानून-व्यवस्था बिगाड़ना चाहते थे और सरकार गिराने की साजिश रच रहे थे। इसके लिए वे आठ लाख गोलियों के साथ ग्रेनेड लॉन्चर खरीदना चाहते थे। तीन महीने में गिरफ्तार आरोपी उनके मंसूबों को पूरा करने में मदद कर रहे थे। एक आतंकी संगठन भी इस साजिश में नक्सलियों के साथ था।

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